देश के किसानों को PM किसान सम्मान निधि (PM-KISAN योजना : खुशखबरी PM-KISAN YOJANA : खुशखबरी पीएम किसान योजना 19वीं किस्त की तिथि जारी योजना 19वीं किस्त की तिथि जारी) योजना के तहत हर साल तीन किस्तों में ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना का लक्ष्य किसानों की आय को बढ़ाना और उन्हें खेती करने में मदद करना है। किसानों में उत्साह की लहर दौड़ गई है क्योंकि सरकार ने 19वीं किस्त जारी करने की तिथि घोषित की है।
PM-KISAN YOJANA – 19वीं किस्त की प्रकाशन तिथि :
सरकार ने कहा कि 24 फरवरी, 2025 को PM Farmer Scheme की 19वीं किस्त शुरू होगी। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) प्रणाली के माध्यम से सभी योग्य किसानों के बैंक खातों में ₹2000 का सीधा भुगतान किया जाएगा। 5 अक्टूबर, 2024 को अंतिम किस्त जारी की गई थी।
PM-KISAN YOJANA – किस्त प्राप्त करने के लिए आवश्यक शर्तें: किसानों को निम्नलिखित शर्तों का पालन करना चाहिए :
इस योजना के लिए पात्र किसान सिर्फ भारत के मूल निवासी हैं और उनके पास 5 एकड़ से कम कृषि भूमि है।
परिवार के पास मान्यताप्राप्त राशन कार्ड होना चाहिए।
PM किसान योजना लाभ लेने के लिए किसान 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।
सब लाभार्थी किसानों को ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। ई-केवाईसी के बिना किस्त की राशि बैंक खाते में नहीं भेजी जाएगी।
पात्रता सुनिश्चित करें: किसान का नाम PM-KISAN योजना की लाभार्थी सूची में होना चाहिए।
ई-केवाईसी (e-KYC) पूरा करें: सरकार ने सभी किसानों के लिए e-KYC अनिवार्य कर दिया है। इसे PM-KISAN पोर्टल या नजदीकी CSC केंद्र पर जाकर पूरा किया जा सकता है।
बैंक खाते का आधार से लिंक होना: किसान का बैंक खाता आधार नंबर से जुड़ा होना चाहिए और सक्रिय स्थिति में होना चाहिए।
भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन: किसान के भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन स्थानीय अधिकारियों द्वारा किया जाना चाहिए।
ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने का तरीका
PM-KISAN YOJANA – किसानों को ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए :
PM Farmer Scheme की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
होम पेज पर, “ई-केवाईसी” विकल्प चुनें।
आपका कैप्चा कोड और आधार नंबर दर्ज करें।
तुम्हारे आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। दर्ज करके सबमिट करें।
यदि किसी कारणवश ई-केवाईसी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी नहीं हो पाती, तो किसान अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर इसे पूरा कर सकते हैं।
PM-KISAN YOJANA -बेनिफिशियरी सूची में अपना नाम कैसे देखें :
किस्त जारी होने से पहले, आपका नाम लाभार्थी सूची में है। इसके लिए, निम्नलिखित कदमों को अपनाओ:
PM Farmer Scheme की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।
फार्मर कॉर्नर में, “बेनिफिशियरी लिस्ट” विकल्प पर क्लिक करें।
अब अपना राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव चुनें।
“गेट रिपोर्ट” का चयन करें। अब स्क्रीन पर लाभार्थियों की सूची दिखाई देगी, जिसमें आप अपना नाम देख सकेंगे।
PM-KISAN YOJANA – नए लाभार्थियों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया :
- PM-KISAN की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
- “किसान कॉर्नर” में “नया किसान पंजीकरण” (New Farmer Registration) विकल्प पर क्लिक करें।
- आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म जमा करें और पंजीकरण संख्या प्राप्त करें।

PM-KISAN YOJANA –आवश्यक दस्तावेज :
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की प्रति
- भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
PM-KISAN YOJANA – किस्त की स्थिति की जांच कैसे करें :
यदि आप जानना चाहते हैं कि आपकी किस्त का पैसा आपके बैंक खाते में जमा हुआ है, तो निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:
‘फार्मर कॉर्नर’ पर जाकर “बेनिफिशियरी स्टेटस” पर क्लिक करें।
यहां अपना मोबाइल नंबर, बैंक खाता संख्या या आधार नंबर डालें।
“गेट डेटा” बटन पर क्लिक करें। अब आपकी किस्त की स्थिति स्क्रीन पर दिखाई देगी।
PM-KISAN YOJANA – बैंक खाते की जानकारी देखें :
यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपके बैंक खाते की जानकारी सही और अद्यतन है। किस्त की राशि आपके खाते में नहीं जमा हो पाएगी यदि बैंक खाता में कोई त्रुटि है। यदि आप किसी त्रुटि का शक करते हैं, तो अपने स्थानीय कृषि कार्यालय या बैंक शाखा से तुरंत संपर्क करें और आवश्यक सुधार करवाएं।
PM-KISAN YOJANA के लाभ :
PM किसान योजना से किसानों को कृषि संबंधी खर्चों में सहायता मिलती है, जो तीन किस्तों में हर साल ₹6000 देती है।
यह पारदर्शी है क्योंकि धन सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजा जाता है।
- आर्थिक सहायता: किसानों को प्रति वर्ष ₹6,000 की वित्तीय सहायता मिलती है।
- सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर: राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
- कृषि निवेश में सहायता: इस राशि का उपयोग किसान बीज, खाद, कीटनाशक आदि खरीदने में कर सकते हैं।
- आय में वृद्धि: अतिरिक्त आय स्रोत से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: किसानों की आय बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होती है।
यह पैसा किसानों को बीज, खाद, कीटनाशक और अन्य सामग्री खरीदने में मदद करता है, जिससे उनकी फसल उत्पादन में वृद्धि होती है।
PM-KISAN YOJANA –भविष्य की संभावनाएं :
PM-KISAN योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायता प्रणाली बन गई है। सर